प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने धारा 371 के मौके पर उन्होंने कहा था कि कश्मीर में बढने लगी दिल और दिल्ली की दूरिय अब इसका असर श्रीनगर के एतिहासिक लाला चोक पर दिखने लगा हैं | जिस लाल चौक में आतंकवाद का दबदबा रहता था आज वहां इस देश का तिरंगा शान से लहराता हुवा नजर अता है |इस एतिहासिक शहर लाल चोक में साम 6 बजे के बाद पुरा खाली नजर आता था | आज वहां बहार दिखने को मिला है | उस चौक पर आज वहां देर रात को पर्यटक अपना सेल्फी लेते नजर आते है और रात 10 बजे तक दुकाने खुली रहती है | हर साल से ज्यादा इस साल कश्मीर घटी पर बदलाव दिखे है | पत्थर बजी की संख्या मे काफी कमी आई है पहले से पिछले साल दउन इलाके ईदगाह , फ़तेह कदल , नौशेरा ,नालेमार , हब्बा कदल में तो आतंकियों का दबदबा चलता था |
जम्मु कश्मीर में अगर युवाओ की बात करे तो 66 % आदबी 30 साल की उम्र से कम हैं | जिनकी पैदाइश खुनी मंजार में हुई ,आतंकियों की गोली की आवाज़ पैदा होते ही सुने इन युवाओ ने तो केवल खून खराबा अपनी जाने के जाते हुए देखा है | मगर इस साल अब युवाओ ने अपने जहनको बदलने का सोचा है | अब इन्हें पता है कि ये अलगाववादी नेताओ ने उनका ज्यादातर शोषन किया हैं | अब ये यवा अपने देश की तरक्की के लिए आगे आये हैं | इस साल लाल चोक में पहली बार स्कूल के विद्यार्थियों ने बेकसूर लोगों का क़त्ल पर विरोध प्रदर्शन किया | अब कश्मीर की जनता का मानना है कि कश्मीर का विकाश कैसे मुमकिन इसी तरह का कदम उठाया जाये |
उप राज्पाल मनोज सिन्हा के अनुसार . जम्मू – कश्मीर की जनसंख्या करीब 1 .25 करोड़ है ,जबकि पिछले साल कश्मीर बजट 1.10 लाख़ करोड़ था |
अब इनके मुकाबले नजर डाले बिहार पर यहाँ की जनसंख्या 12 करोड़ है और यहाँ का बजट 2.18 लाख़ करोड़ था |
उत्तरप्रदेश की बात करे तो यहाँ की जनसंख्या 23 करोड़ है और सिप्पी समुया के लोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर उनलो राजनितिक आरक्षण देने की सिफारिश की है | इन जनजाति के लिए नो विधान आरक्षण तौर रखा गया है |
आयोग ने जमू संभाग की विधानसभा सींटे 37 से बढ़ाकर 43 कर दिया और कश्मीर घटी की 46 सीटें से बढ़ाकर 47 कर दिया है |
ये लेखक के अपने विचार हैं |